सेक्टर 16-17 के बाद डीसी कॉलोनी में रहने वाले 63 वर्षीय बुजुर्ग के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद एरिया को सील कर कंटेनमेंट और बफर जोन में बांट दिया था। इन इलाकों में बिना प्रोटेक्शन किट के एमपीएचडब्लू की टीम डोर-टू-डोर सर्व करके कोरोना संदिग्धों की पहचान कर रही थी। इन्हें भी संक्रमित होने का खतरा बना रहता था। कई बार कर्मियों ने प्रोटेक्शन किट की डिमांड की मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। सोमवार को पहली बार कंटेनमेंट व बफर जोन में सर्वे कर रही टीम को फुल प्रोटेक्शन किट मुहैया हुई है। इस टीम के साथ पुलिसकर्मियों को किट मिली है जोकि सुरक्षा के लिए साथ रहती है।
मलेरिया अधिकारी डॉ. जया गोयल और जीव वैज्ञानिक डॉ. रमेश पुनिया के निर्देशानुसार सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में उक्त अभियान चलाया गया। बहुद्देश्यीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन के जिला प्रधान अनिल गोयत, सचिव बजरंग सोनी और प्रेस प्रवक्ता नूर मोहमद ने बताया कि एमपीएचडब्ल्यू कर्मचारी गत एक माह से कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए 24 घंटे ड्यूटी पर मुस्तैदी हैं। शहर के कबीर चौक, डोगरान मोहल्ला में फीवर मास सर्वे अभियान के अंतर्गत 74 रक्त पट्टिकाएं बनाकर प्रयोगशाला में भिजवाई हैं। डीसी काॅलोनी के कंटेनमेंट व बफर जोन में स्क्रीनिंग की। हेल्थ इंस्पेक्टर पवन आहुजा, सुखबीर सिंह, रमेश कुंडू और जयबीर वर्मा के नेतृत्व में लोगों को जागरूक भी किया।
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