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गेहूं की खरीद साेमवार से शुरू की जा रही है। इसकाे लेकर प्रशासन ने तैयारियां कर ली हैं। जिले की 12 मंडियों में 18 सेंटर बनाए गए हैं। यहां 240 घेराें के अंदर ही किसान काे फसल रखनी हाेगी। 25 सुबह और 25 शाम को किसान प्रतिदिन मंडी में फसल लेकर पहुंचेंगे। 40 क्विंटल से ज्यादा फसल लेकर आने वाले किसान काे गेट पास नहीं दिया जाएगा। किसानाें-मजदूराें काे मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था करने और साेशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की जिम्मेदारी मार्केट कमेटी की साैंपी गई है।
कृषि विभाग के आंकड़ाें के मुताबिक जिले में 62 हजार किसान परिवार हैं। 82 हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल हुई है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने रविवार को डीसी के साथ वीडियाे काॅन्फ्रेंसिंग की। वहीं किसान अपनी गेहूं की फसल लेकर आए, जो एसएमएस के माध्यम से बुलाए जाएंगे। मंडियों में भीड़ न हाेने दी जाए। जिसको समय दिया गया है, केवल वही किसान फसल लेकर आएगा।
जिला आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान धर्मवीर मालिक ने कहा कि आढ़ती निजी बैंक में खाता नहीं खुलवाएंगे। इसलिए सभी ने अपने लाइसेंस कमेटी को सरेंडर कर दिए हैं। गेहूं का एक भी दाना नहीं खरीदा जाएगा।
फिर से बुलाया जाएगा मंडी में
मुख्य सचिव ने कहा कि यदि किसी किसान की फसल नहीं काटी है और उसके गांव का नंबर आगया है। ऐसे में किसान काे घबराने की जरूरत नहीं है। उसे 5 से 7 दिन के बीच में फिर से मंडी में बुलाया जाएगा। आढ़तियाें की सभी मांगें मान ली गई हैं। अगर इसके बाद भी किसी कारणवश आढ़ती ने फसल नहीं खरीदी ताे संबंधित खरीद एजेंसी और नोडल अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि किसान की फसल को खरीदा जाए। कृषि एवं कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि पहले दिन 25-25 की संख्या में 50 किसान मंडी में फसल बेचने के लिए बुलाए जाएगा। जहां कटाई कम चल रही है, उन गांवों को दोबारा नंबर लगाकर बुलाया जाए। अगले 15 से 20 दिनों में पूरी खरीद प्रक्रिया कर ली जाए।

सभी केंद्रों पर परचेज अधिकारी नियुक्त
डीसी हेमा शर्मा ने बताया कि जिले में 12 मंडियों के अलावा अतिरिक्त 18 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। सभी मंडियों और खरीद केन्द्रों पर परचेज अधिकारी की नियुक्ति की गई है। जिला स्तर पर डीएफएससी के माध्यम से इनकी ट्रेनिंग भी करवाई जा रही है। हिदायत दी कि खरीद प्रक्रिया की दैनिक रिपोर्ट डीसी कार्यालय में भेजना जरूरी है।

40 क्विंटल लेकर ही पहुंच सकते हैं
किसान एक बार में 40 क्विंटल गेहूं लेकर ही मंडी में पहुंच सकता है। इससे ज्यादा हाेने पर गेट पास नहीं दिया जाएगा। मार्केट कमेटी सचिव पवन कुमार ने बताया कि गेहूं खरीद के लिए हेफेड, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग और वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा गेहूं की खरीद की जाएगी। सचिव ने बताया कि मंडियों में व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है। मास्क और सैनिटाइजर किसानाें काे दिए जाएंगे। साेशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा। इसके लिए पुलिस की भी मदद ली गई है।
मंडी में की ये व्यवस्थाएं
  • जिन किसानाें ने मेरी फसल मेरा ब्याेरा पर रजिस्ट्रेशन करा लिया है। उन किसानाें काे मार्केट कमेटी गेट पास नहीं देगी।
  • 1.60 लाख बोरियाें गेहूं भरने के लिए मंगवाई।
  • गेहूं का रेट 1925 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित कर लिया है।
  • 1 हजार मास्क और सैनिटाइजर मंगवाए।


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25 to 25 farmers can reach the grain markets every morning and evening to sell wheat


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